हर छोटी‑छोटी बात पर टेंशन ले लेना, दिमाग का भारी लगना, रात को नींद न आना – अगर आपकी रोज़ की ज़िंदगी ऐसी हो गई है, तो ये संकेत हो सकते हैं कि शरीर में स्ट्रेस हार्मोन यानी कोर्टिसोल ज़्यादा एक्टिव है। अच्छी बात ये है कि लाइफस्टाइल सुधार के साथ‑साथ कुछ देसी ड्रिंक्स को रात की रूटीन में शामिल करके मन और शरीर दोनों को थोड़ा शांत किया जा सकता है। ध्यान रहे, ये किसी तरह की दवा नहीं हैं, बस सपोर्टिव नैचुरल तरीके हैं जो रिलैक्स महसूस कराने में मदद कर सकते हैं।
हर बात पर टेंशन क्यों बढ़ता है?
आजकल भागदौड़, काम का प्रेशर, नींद की कमी, मोबाइल‑स्क्रीन टाइम, जंक फूड और एक्सरसाइज़ की कमी – सब मिलकर दिमाग पर बोझ डालते हैं। ऐसे में
- मामूली बात भी बड़ी लगने लगती है
- दिल की धड़कन तेज, बेचैनी और ओवरथिंकिंग बढ़ सकती है
- नींद टूट‑टूट कर आती है या देर से आती है
ऐसे समय पर पूरा फोकस होना चाहिए – अच्छी नींद, हल्की फुल्की एक्सरसाइज़, फोन से दूरी, आराम वाली बातें, और साथ ही कुछ नैचुरल ड्रिंक जो नर्वस सिस्टम को शांत करने में सपोर्ट करें।
रात में क्या पिएँ जिससे कोर्टिसोल कम हो सकता है
1. कैमोमाइल टी
कैमोमाइल चाय कई देशों में स्ट्रेस और एंग्जायटी के लिए एक पॉपुलर नेचुरल उपाय मानी जाती है।
- इसमें मौजूद एपिजेनिन जैसे कंपाउंड दिमाग के कुछ रिसेप्टर्स से जुड़कर दिमाग को रिलैक्स मोड में लाने में मदद करते हैं।
- इससे टेंशन, घबराहट थोड़ी कम महसूस हो सकती है और नींद की क्वालिटी बेहतर हो सकती है।
कैसे लें:
- सोने से 20–30 मिनट पहले कैमोमाइल टी की एक हल्की, बिना चीनी वाली गर्म प्याली पी सकते हैं।
- दिन में बहुत ज़्यादा कप न लें, बस 1–2 कप काफी रहते हैं (डॉक्टर की सलाह के अनुसार)।
2. अश्वगंधा वाला ड्रिंक
अश्वगंधा को आयुर्वेद में एक ताकतवर “अडैप्टोजेन” माना गया है, यानी ऐसा हर्ब जो शरीर को स्ट्रेस से एडजस्ट होने में मदद करता है।
- रिसर्च में कई बार देखा गया है कि अश्वगंधा शरीर के कोर्टिसोल लेवल को बैलेंस करने में सपोर्ट कर सकता है।
- इससे बेचैनी, थकान और नींद से जुड़ी दिक्कतें कुछ हद तक कम हो सकती हैं।
कैसे लें:
- मार्केट में अश्वगंधा पाउडर या टैबलेट दोनों रूप में मिलता है।
- रात में हल्के गुनगुने दूध या पानी में डॉक्टर की बताई या प्रोडक्ट पर लिखी मात्रा में अश्वगंधा पाउडर मिलाकर लिया जा सकता है।
- लो BP, प्रेग्नेंसी, कोई पुरानी बीमारी या पहले से दवा चल रही हो तो बिना डॉक्टर पूछे न लें।
3. मसाला मिल्क (केसर–इलायची वाला दूध)
गरम मसाला दूध कई घरों में दादी‑नानी का फेवरेट नुस्खा रहा है।
- गुनगुना दूध अपने आप में हल्का‑सा सुकून देता है, खासकर जब दिनभर भूख‑प्यास टाइम पर न लगी हो।
- केसर और इलायची की हल्की खुशबू और गुण दिमाग को शांत और मूड को सॉफ्ट बनाने में मदद कर सकते हैं।
कैसे लें:
- एक गिलास गरम दूध में एक–दो केसर के रेशे और चुटकी भर इलायची पाउडर मिलाएँ।
- चाहें तो थोड़ी‑सी शहद/मिश्री स्वाद के लिए डाल सकते हैं (शुगर की बीमारी हो तो डॉक्टर से पूछें)।
- सोने से आधा घंटा पहले धीरे‑धीरे घूंट लेकर पिएँ, यह नींद बुलाने में भी मदद कर सकता है।
4. आंवला जूस और शहद
आंवला विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर माना जाता है।
- यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है, जो लंबे समय तक चले स्ट्रेस का एक बड़ा साइड इफेक्ट होता है।
- माना जाता है कि आंवला शरीर के स्ट्रेस हार्मोन को संतुलित करने में सपोर्ट कर सकता है और दिमाग की कोशिकाओं की सुरक्षा में भी मददगार होता है।
कैसे लें:
- मार्केट से बिना ज्यादा केमिकल वाला आंवला जूस लें या घर पर ताज़ा बना सकें तो और अच्छा।
- आधा गिलास पानी में 2–3 चम्मच आंवला जूस मिलाएँ, उसमें 1 छोटी चम्मच शहद डालें।
- रात में सोने से करीब 1–1.5 घंटा पहले पी लें।
शुगर, पेट की बीमारी या कोई दूसरी हेल्थ कंडीशन हो तो पहले डॉक्टर से पूछ लें, क्योंकि आंवला थोड़ा एसिडिक भी हो सकता है।
स्ट्रेस कम करने के लिए सिर्फ ड्रिंक काफी नहीं
ये ड्रिंक्स सपोर्ट के रूप में मदद कर सकते हैं, लेकिन केवल इन्हीं पर निर्भर रहना सही नहीं है। अगर आप सच में तनाव से निकलना चाहते हैं, तो साथ में ये आदतें भी ज़रूरी हैं:
- रोज़ कम से कम 20–30 मिनट हल्की वॉक, योग या स्ट्रेचिंग
- मोबाइल और सोशल मीडिया का रात को कम इस्तेमाल
- स्लीप टाइम फिक्स रखना – रोज़ लगभग एक ही समय पर सोना‑जागना
- दिन भर में पानी ठीक से पीना, बहुत ज्यादा चाय‑कॉफी से बचना
- किसी अपने से खुलकर बात करना, अकेले ही सब दबाकर न रखना
स्ट्रेस कम करने वाली डेली नाइट ड्रिंक रूटीन
| समय | क्या कर सकते हैं? |
| रात का खाना | हल्का, कम ऑयली, सोने से 2–3 घंटे पहले खाएँ |
| 20–30 मिनट बाद | हल्की वॉक या कुछ देर आराम, स्क्रीन टाइम थोड़ा कम करें |
| सोने से 1–1.5 घंटा पहले | आंवला + शहद वाला पानी या मसाला मिल्क में से कोई एक ड्रिंक |
| सोने से 20–30 मिनट पहले | कैमोमाइल टी या डॉक्टर की सलाह के बाद अश्वगंधा वाला ड्रिंक |
| बिस्तर पर जाते समय | गहरी सांस लेना, प्रार्थना/मेडिटेशन, पॉज़िटिव सोच पर फोकस |
अंत में याद रखें, अगर स्ट्रेस बहुत ज्यादा है, रोज़ रोने का मन करता है, काम में मन नहीं लगता या दिल में घबराहट बनी रहती है, तो ड्रिंक या घरेलू नुस्खे के साथ‑साथ किसी डॉक्टर या काउंसलर से मिलना बहुत ज़रूरी है। यह लेख सिर्फ आम जानकारी के लिए है, कोई भी नया पेय या सप्लीमेंट शुरू करने से पहले अपनी हेल्थ कंडीशन के हिसाब से डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी नए ड्रिंक या सप्लीमेंट को नियमित रूप से शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।












