500 के नोट बंद होने की खबरों पर सरकार का जवाब — 30 सितंबर के बाद भी चलेंगे आपके नोट
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में एक दावा तेजी से फैल रहा था — 30 सितंबर 2025 के बाद 500 रुपये के नोट शायद ही चलन में रहें और एटीएम से भी निकलना बंद हो जाएं.
खबर इतनी फैली कि लोगों में बेचैनी बढ़ गई, क्योंकि 500 रुपये का नोट रोजमर्रा के लेन-देन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है.
अब वित्त मंत्रालय ने इस पर साफ-साफ जवाब दे दिया है. संसद में बताया गया कि 500 रुपये के नोट को बंद करने का कोई प्लान नहीं है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सरकार मिलकर यह तय करते हैं कि किस मूल्य के नोट कितनी मात्रा में छपेंगे और बाजार में रहेंगे, और यह फैसला जनता की जरूरतों के आधार पर होता है.
असली कहानी क्या है?
5 अगस्त 2025 को राज्यसभा में सांसद येर्रम वेंकट सुब्बा रेड्डी और मिलिंद मुरली देवड़ा ने सरकार से पूछा था कि क्या 500 रुपये के नोटों की छपाई और वितरण घटाने की योजना है? जवाब था — बिल्कुल नहीं.
दरअसल, अप्रैल 2025 में RBI ने बैंकों और व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर्स (WLAO) को एक निर्देश जारी किया था. इसमें कहा गया था कि एटीएम में 100 और 200 रुपये के नोटों की उपलब्धता बढ़ाई जाए.
लक्ष्य यह है कि 30 सितंबर 2025 तक 75% एटीएम में कम से कम एक कैसेट 100 या 200 रुपये के नोटों से भरा हो. 31 मार्च 2026 तक यह अनुपात 90% करना है.
बदलाव क्यों किया जा रहा है?
इसका मकसद 500 रुपये के नोट को हटाना नहीं है, बल्कि छोटे मूल्य के नोटों की उपलब्धता बढ़ाना है ताकि रोजमर्रा के छोटे खर्चों के लिए लोगों को आसानी हो.
नतीजा
सरकार ने साफ कर दिया है कि 500 रुपये के नोट न तो बंद होंगे और न ही उनकी सप्लाई कम होगी. यानी, 100, 200 और 500 — तीनों नोट एटीएम से पहले की तरह मिलते रहेंगे.
निष्कर्ष
500 रुपये के नोट बंद होने की खबर महज अफवाह निकली. सरकार और RBI दोनों ने साफ कर दिया है कि इन नोटों की सप्लाई और चलन जारी रहेगा. जो बदलाव हो रहे हैं, वो सिर्फ छोटे मूल्य के नोटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए हैं. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं — आपके 500 के नोट पहले की तरह मान्य हैं और रहेंगे.